बल्लारपुर: राजुरा तहसिल के थाना अंतर्गत आनेवाले वेकोलि बल्लारपुर क्षेत्र के गौरी डीप कोयला खदान मे कोल स्टाक के पास बने कांटाघर मे पिछले कई महीने से कोयला हेराफेरी सुरू होने का मामला सुनने मे आ रहा है।
सुञो से मिली खबर के अनुसार बताया जा रहा कि वेकोलि बल्लारपुर क्षेत्र के गौरी डीप कोयला खदान से निकलने वाले कोयले की हेराफेरी वाहन चालक मालक,ट्रांसपोर्टर ,और कांटाबाबु के साठगांठ से कोयले का काला कारोबार पिछले कई महीनो से धडल्ले चल रहा है।
वेकोली बल्लारपुर क्षेत्र मे होनेवाले कोयले के इस काले धंदे से वेकोली प्रशासन तथा देश के राष्ट्रीय संपत्ति को लाखो करोड का नुकसान भी हो रहा है।लेकिन सुरक्षा से संबंधित कंपनी और प्रशासकीय अधिकारी मौन साधे हुए है।कंपनी के कुछ संबंधित अधिकारी और साम की पाली मे कु कांटाबाबु के साठगांठ से कोयला चोरी का तमाशा कई महीने से चल रहा है।
सुञो से मिली जानकारी के अनुसार वेकोली गौरी डीप कोयला खदान से कोयला निकलने के बाद खदान परीसर मे कुछ दुरी पर कोल स्टाक किया जाता है। कोल स्टाक के चार पाच सौ मिटर मे कांटाघर बना हुआ है।कांटाघर मे कोयले का मोजमाप होने बाद डीओ संचालक सीसीआर तथा जेएसटी ट्रांसपोर्ट कंपनी के माध्यम से गढचांदुर सिमेंट कारखाना अन्य कंपनी के लिए कोयला परिवहन किया जाता है।लेकीन वेकोली गौरी डीप से होनेवाला कोयला परीवहन मे क्षमता से अधिक कोयला लादकर गढचांदूर बीच रास्ते मे दर्गा किनारे अन्य जगह मे गीराकर बडे किमत पर बेचा जा रहा है। यह तश्करी तकरीबन रोज पंद्राह से से बीस ट्रको से निकालक की जाती है। चोरी का कोयला निझाम नामक कोयला तश्कर को बडे पैमाने पर बेचा जाता है। निझाम की कोयला तश्करी इस मार्ग पर कई वर्ष से चल रही है जिसपर अनेक गुनाह भी दर्ज है। ट्रक चालक मालक और कांटाबाबु के साठगांवेकोली गौरी कोयला खदान मे कांटाघर से कोयले की हेराफेरी
बल्लारपुर: राजुरा तहसिल के थाना अंतर्गत आनेवाले वेकोलि बल्लारपुर क्षेत्र के गौरी डीप कोयला खदान मे कोल स्टाक के पास बने कांटाघर मे पिछले कई महीने से कोयला हेराफेरी सुरू होने का मामला सुनने मे आ रहा है।
सुञो से मिली खबर के अनुसार बताया जा रहा कि वेकोलि बल्लारपुर क्षेत्र के गौरी डीप कोयला खदान से निकलने वाले कोयले की हेराफेरी वाहन चालक मालक,ट्रांसपोर्टर ,और कांटाबाबु के साठगांठ से कोयले का काला कारोबार पिछले कई महीनो से धडल्ले चल रहा है।
वेकोली बल्लारपुर क्षेत्र मे होनेवाले कोयले के इस काले धंदे से वेकोली प्रशासन तथा देश के राष्ट्रीय संपत्ति को लाखो करोड का नुकसान भी हो रहा है।लेकिन सुरक्षा से संबंधित कंपनी और प्रशासकीय अधिकारी मौन साधे हुए है।कंपनी के कुछ संबंधित अधिकारी और कांटाबाबु के साठगांठ से कोयला चोरी का तमाशा कई महीने से चल रहा है।
सुञो से मिली जानकारी के अनुसार वेकोली गौरी डीप कोयला खदान से कोयला निकलने के बाद खदान परीसर मे कुछ दुरी पर कोल स्टाक किया जाता है। कोल स्टाक के चार पाच सौ मिटर मे कांटाघर बना हुआ है।कांटाघर मे कोयले का मोजमाप होने बाद डीओ संचालक सीसीआर तथा जेएसटी ट्रांसपोर्ट कंपनी के माध्यम से गढचांदुर सिमेंट कारखाना अन्य कंपनी के लिए कोयला परिवहन किया जाता है।लेकीन वेकोली गौरी डीप से होनेवाला कोयला परीवहन मे क्षमता से अधिक कोयला लादकर गढचांदूर बीच रास्ते मे दर्गा किनारे अन्य जगह मे गीराकर बडे किमत पर बेचा जा रहा है।
यह कोयला निझाम नामक कोयला तश्कर को बडे पैमाने पर बेचा जाता है।ट्रक चालक मालक और कांटाबाबु के साठगांठ से होने वाले इस कोयला चोरी से वेकोलि प्रशासन को लाखो करोड का चुना भी लग रहा है।लेकीन कई महीनो से होनेवाली कोयला चोरी से संबंधित विभाग कोई लगाम कसता नजर नही आ रहा है।
राजुरा पुलिस थाना क्षेत्र मे आनेवाले कोयला तश्करो पर पुलिस की भुमीका कुछ साफ नजर नही दिख रही।ले देकर कोयला चोरी का काम तेजी से चल रहा है।जिसके कारण राजुरा-गढचांदुर मार्ग पर कोयला तश्करी धडल्ले से सुरू है।वेकोली प्रशासन तथा जिल्हा पुलिस प्रशासन से कोयला तश्करी पर लगाम कसने की मांग नागरीको ने की है।
साठगांठ से होने वाले इस कोयला चोरी से वेकोलि प्रशासन को लाखो करोड का चुना भी लग रहा है। फिलहाल सिमेंट कंपनी मे जानेवाले कोयला परीवहन कुछ कारनो से रूक गया है।लेकीन कई महीनो से होनेवाली कोयला चोरी से संबंधित विभाग कोयला तश्करो पर कोई लगाम कसता नजर नही आ रहा है।
राजुरा पुलिस थाना क्षेत्र मे आनेवाले इस कोयला तश्करी मे पुलिस की भुमीका कुछ साफ नजर नही दिख रही। क्योकी पेट्रोलीग के दौरान सबकुछ दिखने के बाद भी पुलिस को कुछ समझ मे नही आ रहा है। पुलीस अनदेखी के कारण राजुरा-गढचांदुर मार्ग पर कोयला तश्करी धडल्ले से सुरू है।वेकोली प्रशासन तथा जिल्हा पुलिस प्रशासन से कोयला तश्करी पर लगाम कसने की मांग नागरीको ने की है।